CLASS 10 MATHS
CHAPTER-11 रचनाएँ
प्रश्नावली 11.2
निम्नलिखित में से प्रत्येक के लिए रचना का औचित्य भी दीजिए :
प्रश्न 1: 6 सेमी त्रिज्या का एक वृत खींचिए। केन्द्र से 10 सेमी दूर एक बिंदु से वृत पर
स्पर्श रेखा युग्म की रचना कीजिए और उनकी लंबाइयाँ मापकर लिखिए।
हल: माना कि 6 सेमी त्रिज्या के वृत के केन्द्र से 10 सेमी दूर एक बिंदु P है।
रचना के चरण:
1 ) सर्वप्रथम परकार की सहायता से 6 सेमी त्रिज्या का एक वृत खींचा जिसके केंद्र को
O नाम दिया।
2 ) स्केल की सहायता से केंद्र O से 10 सेमी दूर एक बिंदु P लिया और O व P को
मिलाया।
3 ) परकार की सहायता से रेखाखण्ड OP की समद्विभाजक रेखा खींची जो OP को
बिंदु M पर काटती है।
4 ) M को केंद्र मानकर OM त्रिज्या का एक वृत खींचा जो केंद्र O वाले वृत को T1 व
T2 बिंदुओं पर प्रतिच्छेद करता है।
5 ) बिंदु P को T1 व T2 से मिलाया। इस प्रकार वृत की अभीष्ट स्पर्श रेखाएँ PT1 व PT2
प्राप्त हुई।
स्पर्श रेखा की लम्बाई नापने पर, PT1= PT2=8 सेमी
औचित्य (उपपत्ति):
बिंदु O को T1 व T2 से मिलाया।
∵ OP, केंद्र M वाले वृत का व्यास है।
अतः ∠OT1P=∠OT2P=90°(∵अर्द्धवृत में बने कोण समकोण होते है।)
हम जानते है कि किसी वृत की स्पर्श रेखा त्रिज्या पर लम्ब होती है।
यहाँ OT1⊥PT1 तथा OT2⊥PT2
अतः PT1 व PT2 वृत की स्पर्श रेखाएँ है।
प्रश्न 2: 4 सेमी त्रिज्या के एक वृत पर 6 सेमी त्रिज्या के एक संकेन्द्रीय वृत के किसी
बिंदु से एक स्पर्श रेखा की रचना कीजिए और उसकी लम्बाई मापिए। परिकलन से
इस माप की जाँच भी कीजिए।
हल: माना कि दो संकेन्द्रीय वृत C1 व C2 है। C2 वृत पर कोई बिंदु P है जिससे स्पर्श
रेखा खींचनी है।
रचना के चरण:
1 ) सर्वप्रथम परकार की सहायता से एक ही केंद्र O से क्रमशः 4 सेमी और 6 सेमी त्रिज्या
के दो वृत C1 व C2खींचे।
2 ) वृत C2 पर एक बिंदु P लिया जिसे केंद्र O से मिलाया।
3 ) रेखाखण्ड OP का लम्ब समद्विभाजक खींचा जो OP को M बिंदु पर काटता है।
4 ) बिंदु M को केंद्र मानकर MP त्रिज्या का एक वृत खींचा जो वृत C1 को T1 व T2 पर
काटता है।
5 ) बिंदु P को T1 व T2 से मिलाया। इस प्रकार वृत की अभीष्ट स्पर्श रेखाएँ PT1 व PT2
प्राप्त हुई।
स्पर्श रेखा की लम्बाई नापने पर, PT1= PT2=4.5 सेमी(लगभग)
औचित्य (उपपत्ति):
बिंदु O को T1 व T2 से मिलाया।
∵ OP, केंद्र M वाले वृत का व्यास है।
अतः ∠OT1P=∠OT2P=90°(∵अर्द्धवृत में बने कोण समकोण होते है।)
हम जानते है कि किसी वृत की स्पर्श रेखा त्रिज्या पर लम्ब होती है।
यहाँ OT1⊥PT1 तथा OT2⊥PT2
अतः PT1 व PT2 वृत की स्पर्श रेखाएँ है।
स्पर्श रेखा का परिकलन:
समकोण ΔOPT1 में ,पाइथोगोरस प्रमेय से
PT1 =√(OP2 −OT12)
=√(62 −42)
=√(36−16)
=√20=4.5 सेमी (लगभग)
CLASS 10 MATHS CHAPTER-11
प्रश्न 3: 3 सेमी त्रिज्या का एक वृत खींचिए। इसके किसी बढ़ाए गए व्यास पर केंद्र से
7 सेमी की दूरी पर स्थित दो बिंदु P और Q लीजिए। इन दोनों बिन्दुओं से वृत पर स्पर्श
रेखाएँ खींचिए।
हल: माना की 3 सेमी त्रिज्या का एक वृत है जिसका केंद्र O है। इसका व्यास AOB है
जिसके सिरों A व B को क्रमशः P व Q बिंदु तक इस प्रकार बढ़ाया गया है कि
OP =OQ =7 सेमी हो।
रचना के चरण:
1 ) सर्वप्रथम परकार की सहायता से 3 सेमी त्रिज्या का एक वृत खींचा जिसके केंद्र को
O नाम दिया।
2 ) स्केल की सहायता से व्यास AB खींचा, जिसके सिरों A व B को क्रमशः P व Q बिंदु
तक इस प्रकार बढ़ाया गया है कि OP =OQ =7 सेमी हो।
3 ) परकार की सहायता से रेखाखण्ड OP व OQ की समद्विभाजक रेखा खींची जो OP व
OQ को क्रमशः बिंदु M व N पर काटती है।
4 ) बिंदु M को केंद्र मानकर MP त्रिज्या का एक वृत खींचा जो वृत को T1 व T2 बिंदुओं
पर काटता है।
5 ) बिंदु P को T1 व T2 से मिलाया।
6 ) बिंदु N को केंद्र मानकर NQ त्रिज्या का एक वृत खींचा जो वृत को S1 व S2 पर
काटता है।
7 ) बिंदु Q को S1 व S2 से मिलाया।
इस प्रकार हमें वृत की अभीष्ट स्पर्श रेखाएँ PT1 व PT2 तथा QS1 व QS2 प्राप्त हुई।
औचित्य (उपपत्ति):
बिंदु O को T1 व T2 तथा S1 व S2 से मिलाया।
∵ OP, केंद्र M वाले वृत का व्यास है तथा OQ ,केंद्र N वाले वृत का व्यास है
अतः ∠OT1P=∠OT2P=90°(∵अर्द्धवृत में बने कोण समकोण होते है।)
तथा ∠OS1Q=∠OS2Q=90°(∵अर्द्धवृत में बने कोण समकोण होते है।)
हम जानते है कि किसी वृत की स्पर्श रेखा त्रिज्या पर लम्ब होती है।
अतः यहाँ OT1⊥PT1 तथा OT2⊥PT2
और OS1⊥QS1 तथा OS2⊥QS2
अतः PT1 व PT2 तथा QS1 व QS2 वृत की स्पर्श रेखाएँ है।
प्रश्न 4: 5 सेमी त्रिज्या के एक वृत पर ऐसी दो स्पर्श रेखाएँ खींचिए ,जो परस्पर 60°
के कोण पर झुकी हो।
हल:
रचना के चरण:
1 ) सर्वप्रथम परकार की सहायता से 5 सेमी त्रिज्या का एक वृत खींचा जिसके केंद्र को
O नाम दिया।
2 ) केंद्र O पर (180°−60°=) 120° के कोण पर झुकी दो त्रिज्याएँ OA व OB खींची।
3 ) OA व OB पर क्रमशः लम्ब AX व BY खींचे।
4 ) लम्ब AX व BY जिस बिंदु पर मिलते है उसे C नाम दिया।
5 ) इस प्रकार हमें अभीष्ट स्पर्श रेखाएँ AC व BC प्राप्त हुई जो परस्पर 60°के कोण
पर झुकी है।
औचित्य (उपपत्ति):
चतुर्भुज OACB में कोण योग गुण से ,
∠O+∠A+∠C+∠B=360°
120°+90°+∠C+∠90°=360°
∠C+300°=360°
∠C=360°−300°=60°
अतः प्राप्त स्पर्श रेखाएँ AC व BC परस्पर 60°के कोण पर झुकी है।
CLASS 10 MATHS CHAPTER-11
प्रश्न 5: 8 सेमी लम्बा एक रेखाखण्ड AB खींचिए। A को केंद्र मानकर 4 सेमी त्रिज्या
का एक वृत तथा B को केंद्र मानकर 3 सेमी त्रिज्या का एक अन्य वृत खींचिए। प्रत्येक
वृत पर दूसरे वृत के केंद्र से स्पर्श रेखाओं की रचना कीजिए।
हल: दिया है : AB=8 सेमी।
रचना के चरण:
1 ) सर्वप्रथम AB=8 सेमी का रेखाखण्ड खींचा।
2 ) बिंदु A को केंद्र मानकर 4 सेमी त्रिज्या तथा B को केंद्र मानकर 3 सेमी त्रिज्या का
एक वृत खींचा।
3 ) रेखाखण्ड AB का लम्ब समद्विभाजक खींचा जो AB को M बिंदु पर काटता है।
4 ) बिंदु M को केंद्र मानकर MA त्रिज्या का एक वृत खींचा जो A केंद्र वाले वृत को S1
व S2 बिंदुओं पर तथा B केंद्र वाले वृत को T1 व T2 बिंदुओं पर काटता है।
5 ) बिंदु A को T1 व T2 से मिलाया तथा बिंदु B को S1 व S2 से मिलाया।
इस प्रकार हमें A केंद्र वाले वृत की अभीष्ट स्पर्श रेखाएँ BS1 व BS2 प्राप्त हुई। तथा
B केंद्र वाले वृत की अभीष्ट स्पर्श रेखाएँ AT1 व AT2 प्राप्त हुई।
औचित्य (उपपत्ति):
A को S1 व S2 से तथा B को T1 व T2 से मिलाया।
∵ M केंद्र वाले वृत का व्यास AB है।
∴ ∠BT1A=∠BT2A=90°(∵अर्द्धवृत में बने कोण समकोण होते है।)
तथा ∠AS1B=∠AS2B=90°(∵अर्द्धवृत में बने कोण समकोण होते है।)
अतः यहाँ BT1⊥AT1 तथा BT2⊥AT2
और AS1⊥BS1 तथा AS2⊥BS2
हम जानते है कि किसी वृत की स्पर्श रेखा त्रिज्या पर लम्ब होती है।
इस प्रकार हमें A केंद्र वाले वृत की स्पर्श रेखाएँ BS1 व BS2 है। तथा
B केंद्र वाले वृत की स्पर्श रेखाएँ AT1 व AT2 है।
CLASS 10 MATHS CHAPTER-11
प्रश्न 6: माना ABC एक समकोण त्रिभुज है ,जिसमें AB=6 सेमी ,BC=8 सेमी तथा
∠B=90° है। B से AC पर BD लम्ब है। बिंदुओं B, C व D से होकर जाने वाला एक
वृत खींचा गया है। A से इस वृत पर स्पर्श रेखा की रचना कीजिए।
हल: दिया है: ΔABC में ,
AB=6 सेमी ,BC=8 सेमी तथा ∠B=90°
B से AC पर BD लम्ब है।
रचना के चरण:
1 ) सर्वप्रथम BC=8 सेमी का रेखाखण्ड खींचा।
2 ) बिंदु B पर 90° के कोण की रचना की।
3 ) बिंदु B से परकार की सहायता से 6 सेमी का चाप काटकर बिंदु A प्राप्त किया।
4 ) बिंदु A को C से मिलाया। इस प्रकार समकोण त्रिभुज ABC प्राप्त हुआ।
5 ) बिंदु B से AC पर लम्ब खींचा जो AC को D बिंदु पर काटता है।
6 ) ΔBCD की भुजाओं BD और CD के लम्ब समद्विभाजक खींचे जो परस्पर O बिंदु
पर मिलते है।
7 ) O को केंद्र मानकर OB त्रिज्या का एक वृत खींचा जो बिंदुओं B, C व D से होकर
गुजरता है।
8 ) बिंदु A से AB के बराबर त्रिज्या का चाप वृत पर काटा जो वृत को बिंदु P पर
मिलता है।
9 ) A व P को मिलाया। AP ही अभीष्ट स्पर्श रेखा है।
औचित्य (उपपत्ति):
∵ ∠ABC =90° (दिया है )
∴ΔABC में ,
AB ⊥OB
अब हम जानते है कि स्पर्श रेखा स्पर्श बिंदु से होकर खींची गई त्रिज्या पर लम्ब होती है।
अतः AB रेखा वृत की स्पर्श रेखा है।
∵ AB=AP
अतः AP भी वृत की स्पर्श रेखा है।
CLASS 10 MATHS CHAPTER-11
प्रश्न 7: किसी चूड़ी की सहायता से एक वृत खींचिए। वृत के बाहर एक बिंदु लीजिए। इस
बिंदु से वृत पर स्पर्श रेखाओं की रचना कीजिए।
हल:
रचना के चरण:
1 ) सर्वप्रथम चूड़ी की सहायता से एक वृत खींचा। जिसका केंद्र अज्ञात है।
2 ) वृत के केंद्र को ज्ञात करने के लिए वृत में दो जीवाएं AB व CD खींची।
3 ) जीवाओं AB और CD के लम्ब समद्विभाजक खींचे जो परस्पर O बिंदु पर मिलते
है। जो वृत का केंद्र है।
4 ) वृत के बाहर कोई बिंदु P लिया, जिसे केंद्र O से मिलाया।
5 ) परकार की सहायता से रेखाखण्ड OP की समद्विभाजक रेखा खींची जो OP को
बिंदु M पर काटती है।
6 ) M को केंद्र मानकर OM त्रिज्या का एक वृत खींचा जो केंद्र O वाले वृत को T1 व
T2 बिंदुओं पर प्रतिच्छेद करता है।
7 ) बिंदु P को T1 व T2 से मिलाया। इस प्रकार वृत की अभीष्ट स्पर्श रेखाएँ PT1 व PT2
प्राप्त हुई।
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